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Ms. Jyoti Jain

Ms. Jyoti Jain

     

    Courses / Streams

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    Ms. Jyoti Jain

    Faculty – Media

    Roles & Responsibilities @ Virtual Voyage College :

    वर्तमान में डिजाइन मीडिया व मैनेजमेंट कॉलेज में अतिथि व्याख्याता हैं |
    स्टूडेंट्स को हिंदी भाषा का महत्व बताना तथा उसका उपयोग करने के लिए प्रेरित करना
    क्लास में एक एनर्जेटिक एवं सकारात्मक माहौल बनाना और हर कुछ नया जानने के लिए भाव जगाना

    Academic, Professional Qualifications & Experience :

    शिक्षा : स्नातक (जी.डी.सी. इंदौर)
    ● अच्छा साहित्य पढ़ने में रूचि, शिक्षा के दौरान साहित्यिक प्रतियोगिताओं में विजेता, N.C.C. एयरविंग की केडेट
    ● नईदुनिया, दैनिक भास्कर, जागरण, पत्रिका जैसे समाचार पत्रों में नियमित लेखन | कथाबिंब, रविवार, समांतर, नारी अस्मिता, मासिकागद, उषा, शुभतारिका,
    ● अर्पण-समर्पण, इंडिया-टुडे, अहा जिन्दगी, कथासागर, अहल्या, समावर्तन, गुंजन, फेमिना पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित, लघुकथा डॉटकॉम पर लघुकथाएँ |
    ● पांच सौ से अधिक लेख, कविताएँ, लघुकथाएँ, कहानी व समीक्षा प्रकाशित |
    ● गुजराती भाषा में अनुवादित हो कहानी दिव्य भास्कर में प्रकाशित | मराठी व पंजाबी में लघुकथाएँअनुवादित | लघुकथा संग्रह “जलतरंग” बांग्ला एवं अंग्रेजी में अनुवादित | लघुकथा संग्रह “पुतळे बोलतात्” मराठी में अनुवादित |
    ● देश के विभिन्न प्रतिष्ठित लघुकथा संकलनों में लघुकथाएँ, कविता संकलन में कविताएँ प्रकाशित |
    ● लघुकथा संग्रह “जलतरंग”, “बिजूका” • कहानी संग्रह “भोरवेला”, “सेतु” एवं अन्य कहानियाँ • कविता संग्रह “मेरे हिस्से का आकाश” व “माँ – बेटी” • उपन्यास – “पार्थ.. तुम्हें जीना होगा” |
    ● आकाशवाणी से नियमित वार्ता प्रसारण, दूरदर्शन / टी.वी. व आकाशवाणी पर विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन |
    ● आकाशवाणी में सतत् सक्रियता |
    ● भारतीय वांग्यमय पीठ कोलकाता द्वारा – ” गुरुदेव रविंद्रनाथ ठाकुर सारस्वत सम्मान ” सहित अनेक राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर सम्मान | पूना कॉलेज में आपकी लघुकथाओं पर शोध पत्र तथा पूना व मुंबई में UGC सेमिनार में आपके शोधपत्र प्रस्तुत |
    ● शहर की प्रतिष्ठित संस्थाओं की सदस्य | वामा साहित्य मंच की सचिव |
    ● पारम्परिक ‘मांडना’ कलाकार | वर्तमान में डिजाइन मीडिया व मैनेजमेंट कॉलेज में अतिथि व्याख्याता हैं |
    ● प्रकाशन : जलतरंग व बिजूका (लघुकथा संग्रह)
    ● भोर वेला व सेतु तथा अन्य कहानियाँ (कहानी संग्रह)
    ● मेरे हिस्से का आकाश व माँ – बेटी (कविता संग्रह)
    ● पार्थ.. तुम्हें जीना होगा (उपन्यास)
    ● “शिवगंगा”, “मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति”, “भारत विकास परिषद्”, “इंडियन सोसाइटी ऑफ ऑथर्स (INSA) इंदौर चैप्टर”, “हिंदी परिवार” आदि संस्थाओं की पूर्व अध्यक्ष, सचिव व सक्रिय सदस्य तथा वर्तमान में वामा साहित्य मंच की सचिव |
    ● पारम्परिक ‘मांडना’ कलाकार |

    Achievements and Activities :

    ● 2007 में हिंदी दिवस पर हिंदी लेखन हेतु स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा सम्मान |
    ● 2010 में लघुकथा परिवार द्वारा “सृजनशिल्पी” अलंकरण सम्मान प्राप्त |
    ● समाचार-पत्र लेखक मंच, जावरा द्वारा आयोजित समाचार-पत्र लेखन स्पर्द्धा में महिला लेखकों में प्रथम स्थान |
    ● शिक्षा साहित्य कला विकास समिति – श्रावस्ती (उ.प्र.) द्वारा श्रीमती शारदा देवी पाण्डे स्मृति सम्मान (2010)
    ● “हम सब साथ-साथ” (दिल्ली) द्वारा जलतरंग हेतु लघु कथाकार सम्मान |
    ● रंजन कलश (भोपाल) द्वारा “माहेश्वरी सम्मान” |
    ● 23 अप्रैल 2011-12 व 2013-14 “विश्व पुस्तक दिवस” पर देवी अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय, इंदौर द्वारा सम्मान |
    ● मध्य प्रदेश लघु कथाकार परिषद् (जबलपुर) द्वारा “अखिल भारतीय कथा सम्मान” |
    ● “नारी अस्मिता” बड़ौदा द्वारा आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगिता में लघुकथा पुरुस्कृत |
    ● “साहित्य कलश” इंदौर द्वारा राज्य स्तरीय सम्मान |
    ● अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता (कुमुद टिक्कू स्मृति- जयपुर) में प्रथम पुरुस्कार |
    ● “बिजूका” हेतु कृति कुसुम सम्मान – 2013

    "वर्चुअल कॉलेज कई अर्थों में अनूठा है , पहला ये की यहाँ पढाई एक बोझ नहीं है बल्कि एक फन है, ऐसे स्टूडेंट्स जो जो विषेशकर वोकेशनल और कलात्मक विषयों में अपना करियर बनाना चाहते हैं , उनके लिए ये कॉलेज किसी महान अवसर से कम नहीं है !"

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